SELECT MANDALA
SELECT SUKTA OF MANDALA 10
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Rigveda – Shakala Samhita – Mandala 10 Sukta 080
A
A+
७ सौचीकोऽग्निर्वैश्वानरो वा, सप्तिर्वाजंभरो वा। अग्निः। त्रिष्टुप्।
अ॒ग्निः सप्तिं॑ वाजम्भ॒रं द॑दात्य॒ग्निर्वी॒रं श्रुत्यं॑ कर्मनि॒ष्ठाम् ।
अ॒ग्नी रोद॑सी॒ वि च॑रत्सम॒ञ्जन्न॒ग्निर्नारीं॑ वी॒रकु॑क्षिं॒ पुरं॑धिम् ॥१॥
अ॒ग्नेरप्न॑सः स॒मिद॑स्तु भ॒द्राऽग्निर्म॒ही रोद॑सी॒ आ वि॑वेश ।
अ॒ग्निरेकं॑ चोदयत्स॒मत्स्व॒ग्निर्वृ॒त्राणि॑ दयते पु॒रूणि॑ ॥२॥
अ॒ग्निर्ह॒ त्यं जर॑त॒: कर्ण॑मावा॒ऽग्निर॒द्भ्यो निर॑दह॒ज्जरू॑थम् ।
अ॒ग्निरत्रिं॑ घ॒र्म उ॑रुष्यद॒न्तर॒ग्निर्नृ॒मेधं॑ प्र॒जया॑सृज॒त्सम् ॥३॥
अ॒ग्निर्दा॒द्द्रवि॑णं वी॒रपे॑शा अ॒ग्निॠषिं॒ यः स॒हस्रा॑ स॒नोति॑ ।
अ॒ग्निर्दि॒वि ह॒व्यमा त॑ताना॒ऽग्नेर्धामा॑नि॒ विभृ॑ता पुरु॒त्रा ॥४॥
अ॒ग्निमु॒क्थैॠष॑यो॒ वि ह्व॑यन्ते॒ऽग्निं नरो॒ याम॑नि बाधि॒तास॑: ।
अ॒ग्निं वयो॑ अ॒न्तरि॑क्षे॒ पत॑न्तो॒ऽग्निः स॒हस्रा॒ परि॑ याति॒ गोना॑म् ॥५॥
अ॒ग्निं विश॑ ईळते॒ मानु॑षी॒र्या अ॒ग्निं मनु॑षो॒ नहु॑षो॒ वि जा॒ताः ।
अ॒ग्निर्गान्ध॑र्वीं प॒थ्या॑मृ॒तस्या॒ऽग्नेर्गव्यू॑तिर्घृ॒त आ निष॑त्ता ॥६॥
अ॒ग्नये॒ ब्रह्म॑ ऋ॒भव॑स्ततक्षुर॒ग्निं म॒हाम॑वोचामा सुवृ॒क्तिम् ।
अग्ने॒ प्राव॑ जरि॒तारं॑ यवि॒ष्ठाऽग्ने॒ महि॒ द्रवि॑ण॒मा य॑जस्व ॥७॥
अ॒ग्निः सप्तिं॑ वाजम्भ॒रं द॑दात्य॒ग्निर्वी॒रं श्रुत्यं॑ कर्मनि॒ष्ठाम् ।
अ॒ग्नी रोद॑सी॒ वि च॑रत्सम॒ञ्जन्न॒ग्निर्नारीं॑ वी॒रकु॑क्षिं॒ पुरं॑धिम् ॥१॥
अ॒ग्नेरप्न॑सः स॒मिद॑स्तु भ॒द्राऽग्निर्म॒ही रोद॑सी॒ आ वि॑वेश ।
अ॒ग्निरेकं॑ चोदयत्स॒मत्स्व॒ग्निर्वृ॒त्राणि॑ दयते पु॒रूणि॑ ॥२॥
अ॒ग्निर्ह॒ त्यं जर॑त॒: कर्ण॑मावा॒ऽग्निर॒द्भ्यो निर॑दह॒ज्जरू॑थम् ।
अ॒ग्निरत्रिं॑ घ॒र्म उ॑रुष्यद॒न्तर॒ग्निर्नृ॒मेधं॑ प्र॒जया॑सृज॒त्सम् ॥३॥
अ॒ग्निर्दा॒द्द्रवि॑णं वी॒रपे॑शा अ॒ग्निॠषिं॒ यः स॒हस्रा॑ स॒नोति॑ ।
अ॒ग्निर्दि॒वि ह॒व्यमा त॑ताना॒ऽग्नेर्धामा॑नि॒ विभृ॑ता पुरु॒त्रा ॥४॥
अ॒ग्निमु॒क्थैॠष॑यो॒ वि ह्व॑यन्ते॒ऽग्निं नरो॒ याम॑नि बाधि॒तास॑: ।
अ॒ग्निं वयो॑ अ॒न्तरि॑क्षे॒ पत॑न्तो॒ऽग्निः स॒हस्रा॒ परि॑ याति॒ गोना॑म् ॥५॥
अ॒ग्निं विश॑ ईळते॒ मानु॑षी॒र्या अ॒ग्निं मनु॑षो॒ नहु॑षो॒ वि जा॒ताः ।
अ॒ग्निर्गान्ध॑र्वीं प॒थ्या॑मृ॒तस्या॒ऽग्नेर्गव्यू॑तिर्घृ॒त आ निष॑त्ता ॥६॥
अ॒ग्नये॒ ब्रह्म॑ ऋ॒भव॑स्ततक्षुर॒ग्निं म॒हाम॑वोचामा सुवृ॒क्तिम् ।
अग्ने॒ प्राव॑ जरि॒तारं॑ यवि॒ष्ठाऽग्ने॒ महि॒ द्रवि॑ण॒मा य॑जस्व ॥७॥