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SELECT SUKTA OF MANDALA 05
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Rigveda – Shakala Samhita – Mandala 05 Sukta 050
A
A+
५ स्वस्त्यात्रेयः। विश्वे देवाः। अनुष्टुप्, ५ पङ्क्तिः।
विश्वो॑ दे॒वस्य॑ ने॒तुर्मर्तो॑ वुरीत स॒ख्यम् ।
विश्वो॑ रा॒य इ॑षुध्यति द्यु॒म्नं वृ॑णीत पु॒ष्यसे॑ ॥१॥
ते ते॑ देव नेत॒र्ये चे॒माँ अ॑नु॒शसे॑ ।
ते रा॒या ते ह्या॒३पृचे॒ सचे॑महि सच॒थ्यै॑: ॥२॥
अतो॑ न॒ आ नॄनति॑थी॒नत॒: पत्नी॑र्दशस्यत ।
आ॒रे विश्वं॑ पथे॒ष्ठां द्वि॒षो यु॑योतु॒ यूयु॑विः ॥३॥
यत्र॒ वह्नि॑र॒भिहि॑तो दु॒द्रव॒द् द्रोण्य॑: प॒शुः ।
नृ॒मणा॑ वी॒रप॒स्त्योऽर्णा॒ धीरे॑व॒ सनि॑ता ॥४॥
ए॒ष ते॑ देव नेता॒ रथ॒स्पति॒: शं र॒यिः ।
शं रा॒ये शं स्व॒स्तय॑ इष॒:स्तुतो॑ मनामहे देव॒स्तुतो॑ मनामहे ॥५॥
विश्वो॑ दे॒वस्य॑ ने॒तुर्मर्तो॑ वुरीत स॒ख्यम् ।
विश्वो॑ रा॒य इ॑षुध्यति द्यु॒म्नं वृ॑णीत पु॒ष्यसे॑ ॥१॥
ते ते॑ देव नेत॒र्ये चे॒माँ अ॑नु॒शसे॑ ।
ते रा॒या ते ह्या॒३पृचे॒ सचे॑महि सच॒थ्यै॑: ॥२॥
अतो॑ न॒ आ नॄनति॑थी॒नत॒: पत्नी॑र्दशस्यत ।
आ॒रे विश्वं॑ पथे॒ष्ठां द्वि॒षो यु॑योतु॒ यूयु॑विः ॥३॥
यत्र॒ वह्नि॑र॒भिहि॑तो दु॒द्रव॒द् द्रोण्य॑: प॒शुः ।
नृ॒मणा॑ वी॒रप॒स्त्योऽर्णा॒ धीरे॑व॒ सनि॑ता ॥४॥
ए॒ष ते॑ देव नेता॒ रथ॒स्पति॒: शं र॒यिः ।
शं रा॒ये शं स्व॒स्तय॑ इष॒:स्तुतो॑ मनामहे देव॒स्तुतो॑ मनामहे ॥५॥