संहिता

1 परकत और महतव ऋगवद मनव जञन क सबस परचन सकलन ह यह सहत सगरह अपन परकत म अदवतय ह वसतव म यह एक पसतक नह ह अपत अनक पसतक स बन एक सकलन ह जस वयकतगत रप स एकदसर स पथक कय ज सकत ह इस सहत क वरतमन सवरप सपषट रप स इगत करत ह क सगरह एक करय नह ह परनत परन और बद क ततव भ शमल ह ज इसक भष शल और वचर क वभनन रप इस बत क परमणत करत ह इस सहत क वभनन मतर क रचन उनह वयवसथत रप म कए जन स बहत समय पहल हआ थ ऋगवद भरत क सबस परचनतम पवतर पसतक क परतनधतव करत ह यह चर वद म सबस परचन और सबस बड ह इस वद म ह वदक ससकत एव कवय क सभ वशषतओ क जञन ह इसम हम भरत क धरमक और दरशनक वकस क बज मलत ह इस परकर कवत धरमक और दरशनक महतव दन क लए ऋगवद क अधययन उस वयकत दवर कय जन चहए ज भरतय सहतय और आधयतमक ससकत क समझन चहत ह ऋगवद क मलय आज भरत तक ह समत नह ह इसक उततम सरकषत भष और परणक कथओ क करण समसत वशव क भषओ सहतय और ससकतय क भलभत समझन म सहयत करत ह 2 रचन और वभग सपरण ऋगवदसहत शलक क रप म ह जस ऋक क रप म जन जत ह जसक मलभव 8220परशस8221 करन ह ऋक उन मतर क दय गय नम ह ज दवतओ क परशस क लए परयग कय जत ह इस परकर ऋक क सगरह सहत ऋगवदसहत क रप म जन जत ह ऋगवद क कवल एक शख समनय रप स उपलबध ह और वह ह शकल सहत ऋगवद सहत म 10552 मतर ह जनह मणडल नमक दस पसतक म वरगकत कय गय ह परतयक मणडल क कई वरग म वभजत कय जत ह जनह अनवक कह जत ह परतयक अनवक म सकत नमक कई मतर हत ह और परतयक सकत कई पद स बन हत ह जस ऋक कहत ह ऋगवद क यह मडल सबस लकपरय और वयवसथत ह यह अषटक पदधत भ ह ज ऋगवद क वषय वसत क वभजत करत हपरनत आज यह वद क छतर म असमनय ह सकत मतर क समह ह कस सकत म मतर क सखय नशचत नह ह अमक सकत म मतर क सखय कम ह एव अनय अमक म बड सखय म मतर ह यह धयन रखन महतवपरण ह क परतयक ऋगवद सहत क एक दषट ऋष एक दवत औरएक छद हत ह परय यह पर सकत क लए समनय ह ऋगवद क सहत म 10 मडल 85 अनवक 1028 सकत और 10552 मतर ह अधकशत पर ऋगवद क मतर क सदरभ म अनवक क उललख नह ह उदहरण क लए ऋगवद 3167 क अरथ ऋगवद क तसर मडल क सलहव सकत क सतव मतर स ह इस तलक क दवर हम मडल क वभजन परतयक मडल म सकत क सखय और मतर मडल क ऋषय क नम जन सकत ह मडल सकत मतर ऋषय क नम 01 191 2006 मधचछनद मधतथ गतम 02 43 429 गतसमद और उनक परजन 03 62 617 वशवमतर और उनक परजन 04 58 589 वमदव और उनक परजन 05 87 727 अतर और उनक परजन 06 75 765 भरदवज और उनक परजन 07 104 841 वशषठ और उनक परजन 08 103 1716 कणव अगर और उनक परजन 09 114 1108 सम दवत कनत वभनन ऋष 10 191 1754 वमद इनदर शच और मनय 3 कछ महतवपरण सकत ऋगवद शकल सहत क 1082 सकत म स नमन सकत परसदध ह 1 परष सकत 2 हरणयगरभ सकत 3 धनअननदन सकत 4 अकष सकत 5 नसदय सकत 6 दशवपननशन सकत 7 यमयमसवद सकत इसक अतरकत वभनन दवतओ जस इनदर मरत वरण उष सरय भम सम अगन आद क अरपत कए गए सकत ह इस परकर हम ऋगवद क वषयवसत क बर म सकषप म कह सकत ह क इसम वभनन वषय ह ज वदक दषटओ दवर कवयतमक दरशनक य धरमक रप स परसतत कय गए ह यजरवद सहत 1 परकत और महतव यजरवद अपन वषयवसत क अनसर ऋगवद और समवद स वशष रप स भनन ह यह मखयत गदय रप म ह यजरवद म 8216यज8217 शबद क वभनन रप स समझय गय ह परनत इसक एक परभष कहत ह गदयतमक यज यज वह ह ज गदय रप म ह एक अनय परभष क अनसर यजरयजत इस क यजञ क सथ सबध क वयकत करत ह कयक दन शबद मल यज स वयतपनन ह यजरवद सपषट रप स एक अनषठन वद अधवरय क लए एक अनवरय मरगदरशक ह जस स यजञ म वयवहरक रप स सभ करमकणड क करन म सकषम हत ह जन क करय यजञ क लए एकवद भखड क चयन स लकर पवतर अगन क आहत परदन करन तक जस परकर समवदसहत म उदगतपजर क गतपसतक ह उस परकर यजरवदसहत अधवरय  क लए पररथनपसतक ह यह पर तरह स यजञ क अनषठन क उददशय क लए ह यजरवद भ दरशनक सदधत क परसतत क लए महतवपरण ह यह परण और मन क अवधरण क परचर करत ह यह वद वदक लग क धरमक और समजक जवन क रखकत करत ह सथ ह यह भगलक तथय दन म भ परयकत कय जत ह 2 वभग और सहत यजरवद म द वभग ह 1 शकल यजरवद 2 कषण यजरवद कषण यजरवद म मतर और बरहमण क मशरण क वशषत ह जबक शकल यजरवद दन क सपषट भननत क बनए रखत ह शकल यजरवद आदतय समपरदय स समबनधत ह और कषण यजरवद बरहमसमपरदय स समबनधत ह  शकलयजरवद सहत पर अपन टपपण क पररमभ म एक कहन महधर दवर यजरवद क दवभजत खणड क बर म द गई ह ऋष वशमपयन न ऋष यजञवलकय और अनय वदयरथय क यजरवद पढय एक बर वशमपयन यजञवलकय स करधत हकर ऋषयजञवलकयक तब तक पढय हआ यजरवदजञन क तयगन क आदश दय ततपशचत यजञवलकय न सरय दव स पररथन क ज अशव क रप म उनक समकष आए अरथत वज और उनह पनवद क उपदश दय इसलए इस यजरवद क वजसनय नम भ दय गय वरततमन म यजरवद क नमन सहतए उपलबध ह शकल यजरवद 1   मधयनदन सहत 2   कणव सहत कषण यजरवद 1   तततरयसहत 2   मतरयण सहत 3   कठक सहत 4   कपसथल सहत 3 वषयवसत हम यजरवद क सहत म यजञ क वसतत वरणन मलत ह वजसनयसहत म कई महतवपरण यजञ क बहद वरणन मलत ह जस दरशपरणमस अगनहतर समयग चतरमसय अगनहतर वजपय अशवमध सरवमध बरहमयजञ पतमध सतरमण आद समनय वचर क लए वषय वसतक तन खड म वभजत कय ज सकत ह परथम खणड म दरशपरणमस दवतय खड म समयग और ततय खड म अगनचयन शमल ह वजसनयसहत क अतम खणड म परसदध ईशवसयउपनषद ह यह जनन आवशयक ह क वजसनय सहत क परथम अठरह मनतर परण रप स शकल यजरवद क शतपथ बरहमण म अरथनहत ह इस बनद क आधर पर कछ वदवन क मत ह क इस सहत क अतम खणड पशचत कल खणड क ह समवद सहत 1 परकत और महतव समवद चर वद म सबस छट ह यह ऋगवद स नकटत स जड हआ ह यह धयन रखन महतवपरण ह क समवद क सहत एक सवततर सगरह सहत नह ह अपत ऋगवद क सहत स लय गय ह य छनद मखय रप स ऋगवद क आठव और नव मणडल स लए गए ह समवद क अनषठन क लए वशष रप स सकलत कय गय ह इसक सभ छनद समयजञ क अनषठन और उसस परपत परकरयओ क वषय ह इसलए समवद उदगतर परहत क लए वशष रप स अभपरत ह गन नमक गत पसतक म मनतर अथव समन परण रप स सगत रप धरण कर लत ह जमन सतर क अनसरगतकक समन कह जत ह परमपर अनसर वद क तरय कह जत ह मतर क तन भग हत ह ऋक पद यज गदय समन गन चर वद म समवद क सबस अगरण मन जत ह भगवदगत म जह भगवन कषण न 8220वद म म समवद ह8221 क उललख कय ह वदन समवदसम गत 1022 यह इनदर अगन और सम दवतओ क मखय रप स आहवन एव परशस क जत ह परनत मल रपस यह  सर पररथनए परमबरहम क आवहन क लए ह ह आधयतमक अरथ म सम सरववयप परतप दवत  और बरहम क परतनधतव करत ह ज कवल भकत और सगतमय मनतर क मधयम स परपय ह इस परकर समवद क परमख वषय आरधन और भकत उपसन मन ज सकत ह 2 रचन और वभजन समन शबद क अरथ ह 8216जप8217 य 8216गतक8217और इसक छनद बदध मनतर  सगत म परवरतत हए ह ज समपरण समवद सहत क दरशत ह जमन सतर क अनसरगतक क समन कह जत ह गतष समखय समवद ऋक पर आधरत गत और मतर क वद ह मधरय क ततव ह समवद क परमख वशषत ह यसक न शबद समन क वयतपतत सम म द ह जसक अरथ ह क ऋक क समजसयपरण उनमत करन परचन परपर क अनसर पतजल दवर कह गय थ समवद म 1000 शखए थ लकन वरतमन म कवल तन शखए ह य ह 8211 कथम  जमनय रणयनय वरतमन कल म कथमय शख ह परचलत ह समवद कथम शख म  समवद सहत द भग म शमल ह 8211 परवरचक और उततररचक परथम भग म चर भग ह 1 आगनय 8211 अगन क 114 छनद 2 ऐनदर 8211 इदर क 352 छनद 3 पवमन पवमन क 119 छनद 4 आरणय इनदर अगन सम आद क लए 55 छनद महनमन मतर 10 इस भग म 650 छनदह समवदसहत क दसर भग उततररचक म कल 1225 छद ह अत समवदसहत म कल छद क सखय 1875 ह इनम स 1771 छनद ऋगवद स ह इस सहत क कवल 99 छनद ऋगवदसहत म नह पए जत ह और इस समनयत समवद क ह मन जत ह अथरववद सहत 1 परकत और महतव अथरवन क वद अथरववद कह जत ह अथरववद म दख और कठनइय स मकत पन क नरदश क सथसथ आधयतमक चनतन क वरणन मलत ह अथरवन क अरथ आरधक ह इसपरकर आरधक क रप म ऋषअथरव दवर अथरववदसहत क मतर परकश म लय गए ह नरकत क वयतपतत क अनसर अथरव एक सथर दमग वल वयकत क दय गय नम ह ज अत दढ ह अरथत यग यदयप परचन भरतय सहतय रचनओ म इस वद क अथरवङगरसवद स समबधत कय गय ह यह अथरव और अङगरस क 8216वद8217 ह अङगरस भ एक भनन समह क शखकर थ पतजल क अनसर अथरववद म न शखए थ अपत अथरववद क सहत आज कवल द शखओ म उपलबध ह 8211 शनक और पपपलद ज परचन और आधनक सहतय म अथरववद क उललख हआ ह वह वसतत शनकसहत ह ह यह 730 सततर क सगरह ह जसम 5987 मतर ह जनह 20 कणड म वभजत कय गय ह 1200 छद ऋगवद स लए गए ह अथरववद क पठ क एक छठभग जसम द पर कतब 15 और 16 शमल ह गदय म बरहमण क शल और भष क समन ह शष पठ कवयतमक छनद म ह परमपर क अनसर इस वद क परचय बरहम ऋतवक स हन चहए ज यजञ क परयवकषक थ यजञ अनषठन म यदयप व तन वद क जनन वल थ अपत समनयत व अथरववद क परतनधतव करत थ उनक सग क करण ह अथरववद क बरहमवद भ कह जत ह ज बरहम क वद ह अथरववद भरतय चकतस क सबस परचन सहतयक समरक ह इस भरतय चकतस पदधत आयरवद क मल सरत मन जत ह वभनन शररक और मनसक रग क ठक करन स समबनधत मतर क एक शरखल ह मतर क एक अनय वरग म सप क कटन य चट लगन वल कड स सरकष क लए पररथन भ शमल ह इसम औषध और भषजय वनसपत क उललख और उपयग मलत ह यह अथरववद वशषत क शष वद स भनन करत ह इस सहत क दरशनक खणड परभतक वचर क उचचतम उननतक दरशत ह इस सदधत क उतपनन कल स ह अनक अनक अवधरणओ जस उपनषद म पय गय जगत क नरमत और सरकषक परजपत स जड़ वचर सरवचच दवत क वचर अवयकतक सजनतमक एव कई दरशनक शबद जस बरहमण तपस असत परण मनस इतयद स पररमभ हआ अत भरतय दरशनक वचर म हए वकस क सटक रप स समझन क लए अथरवद म उपलबध दरशनक वचर क जनन अनवरय ह ससरक सख और आधयतमक जञन दन स सबधत रखन वल वद एकमतर अथरवद ह ससरक एव ससर स पर इन दन पहलओ क एक सतर म परन क समरथय इस वद म हन क करण वदक भषयकर सयन न इसक परशस क ह इस परकर यह वदक सहतय क एक समनय पठक क लए एक मनहर पठ क भत परतत हत ह 2 वषयवसत अथरवद क ववध जञन क वद क रप म दख जत ह इसम कई मतर शमल ह ज उनक वषयवसत क अनसर मखयत तन शरणय म वभजत कए जत ह 1 रग क उपचर और परतकल शकतय क वनश स सबधत 2 शत सरकष सवसथय धन मतरत और दरघय क सथपन स सबधत 3 परमरथ क परकत समय मतय और अमरत स सबधत ह  बलमफलड न अथरवद क वषय क कई शरणय म वभजत कय ह जस क भषजय पसटक परयशचतत रजकरम सतरकरम दरशन कतप आद यह अथरववद क अमक महतवपरण और परसदध सकत क सचबदध कय गय ह भमसकत 121 बरहमचरयसकत 115 कलसकत 1153 54 ववहसकत 14 व कड मधवदयसकत 91 समनसयसकत 330 रहतसकत 1319 सकभसकत 107 अतअथरवद कई वषय क एक वशवकश ह यह वदक लग क जवन क दरशत ह दरशनक समजक शकषक रजनतक कष वजञनक और चकतस वषय स सबधत उनक वचर इस सहत म वरणत ह अतत हम कह सकत ह क वद सहत अपन परकत रप और वषयवसत क लए उपयग मन जत ह यह वदक सहतय क मखय भग ह जसम पच परसदध सहतय उपसथत ह By DrShashi Tiwari Retd Sanskrit Department Delhi University Links वद और वदवयस ड शरवदपरकशज शसतर वद अनद एव नतय ह बरहमलन धरमसमरट सवम शरकरपतरज महरज परषक पर शरबहरललज टटय वद क अधययन गलकवस महमहपधयय प शरवदयधरज गड वद वङमय परचय एव अपरषयवद दणडसवम शरमद दततयगशवरदवतरथज महरज वदमतर क उचचरणपरकरपरकतपठ एव वकत पठ ड शर शरकशरज मशर वयतपततमलक वद शबदरथ आचरय ड शरजयनतज मशर वदक ऋष दवत छनद और वनयग प शरयगनदरज झ वदरहसय सवम शरवजञनननदज सरसवत वद क रचन कसन क शसतररथपञचनन प शर परमचरयज शसतर मनतर दरषट ऋष वदक ऋषकए भषयकर एव वदपरवरतक मनष वदयवचसपत ड० शररजनसरदवज वदक सकत क महतत क परतपदक महततवपरण नबनध ड० शर कशवरघनथज कनहर