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परिचय

यजञवलकय समत म जञन क चदह सतर क उललख ह व ह 8211 वद ऋगवद यजरवद समवद और अथरववद वदग शकष कलप वयकरण नरकत छनद और जयतष परण नयय ममस और धरमशसतर परणनययममस धरमशसतरग मशरत  वद सथनन वदयन धरमसय च चतरदश 8211 यजञवलकय समत मणडकपनषद म एक बहत ह रचकरप म वदय क द परकर म वभजत कय ह 8211 पर और अपर दव वदय वदतवय इत ह सम यदबरहमवद वदनत पर चवपर च 4 ततरपर ऋगवद यजरवद समवदऽथरववद शकष कलप वयकरण नरकत छनद जयतषमत अथ पर यय तदकषरमधगमयत 5 8211 मणडकपनषद जञन अपर वदय क अनतरगत आत ह वद शसतर ह और वदग वदकसहयक वजञन ह ज धवनयतमकसवर वजञन स समबनधत ह वदक शसतर चर भग म वभजत ह सहत बरहमण आरणयक और उपनषद परतयक शख क लए वशष वदक वयकरण क नयम ह जनह परतशखय कहत ह और उचचरण स समबनधत नयम क शकष क रप म जनत ह ममस सतर वदक पठ क वयखय क लए नयम क वरणन करत ह नयय और वशषक सतर तरक असततवत एव जञन ममसय वषय समबनधत परण वद क सदश और शकषओ क वरणन करत ह धरम सतर सरवभमक सदभव क लए आचर सहत क वरणन करत ह वद मननय सभयत क अभनन जञन वजञन परमपर और ससकत क सरत ह यह परचनकल स वदयमन लकक जञन क आसत जञन क मखक सकलन ह इनक परचय न कवल शसतर स ह अपत भरतय ससकत और मनव सभयत क परमख सरत क रप म भ जन जत ह 1 8216वद8217 शबद क अरथ 8216वद8217 शबदक अरथ 8216जञन8217 ह यह शबद ससकत क मल 8216वद8217 धत स घञ परतयय करन पर नषपनन हत ह जसक अरथ ह 8216जनन8217 यह कस एक वशष सहतयक करय क उललख नह करत ह अपत सहतय क एक वशल कष क दरशत ह ज अनकनक शतबदय म अभवत हआ और जस मखक रप स एक पढ स दसर पढ़ क हसतनतरत कय गय वद क शरत कहत ह अरथत शरवण करन हत ह जह कलपरनत परकट ऋष रचत समत वद क पन समरण करत ह यह मखय रप स मखककरण वध क उललख करत ह ज इसक लए परयग कय जत थ और ह भरतय परमपरक वचर क अनसर 8216वद8217 क परकट गरनथ सवसकषय और आतम परमणत मन जत ह यह कस भ मनव दवर रचत नह ह वदक मनतर सकत य छनद मनतर कवल ऋषय ऋषय दवर दख और बल गए ह य दरषट ऋष न त मतर क लखक ह और न ह व मतर क वषयवसत क लए उततरदय ह वद क सबस परचन वयखयकर यसक ह जनहन सपषट रप स कह ह क इन दषटओ क पतर कवल जञन परपत मतर ह ह अथव इनक जञन अनभत हआ ततपशचत मखक रप स इस अनभत जञन क वशज क सप दय महन वदक टककर सयण न वद क एक परभष द ह 8216इषटपरपत अनषटपरहरय य लककमउपय य गरनथ वदयत स वद8217 इषट क परपत और अनषट क परहर जस गरनथ क मधयम स हत ह वह वद ह यह परभष वद क उददशय क परसतत करत ह एक अनय परभष ऋष आपसतमभ क अनसरवद मतर और बरमहण क सममलत रप ह मतरबरहमणयरवदनमधयम यह परभष 8216वद8217 क रप क वरणन करत ह कयक इस मखय रप स इन द वशषट भग म वभजत कय ज सकत ह मतर और बरहमण जसक अनसर मतर भग वद क मखय भग ह और वद क मतरहन भग बरमहण भग क अनतरगत आत ह यह यह जनन रचक ह क परचन भरतय गरथ म वद क कई परचन परभषए इसक महततव रप य समगर क दरशत ह आम तर पर वद शबद बलन उचचतम पवतर शशवत और दवय जञन क सथसथ उस जञन क गरहण करन वल गरथ क दरशत ह 2 वद क महततव वद क महतव बहआयम ह 1 वद उपलबध गरथ म सबस परचन सरवपरथम एव सरवसवकत गनथ ह 2 ससकत भष म गदय और कवत क रप म वद क सरवपर जञन मन गय ह ऐस परतत हत हक इसक आधपतय कई यगस नरववद रह ह और यह धरमक दरशनक य समजक रतय क ववद क अनतम नरणयक ह 8216आसतक8217 शबद क उपयग भरतय दरशन क उन परणलय क लए कय जत ह जनक वद क अधकर पर वशवस ह और 8216नसतक8217 शबदक उपयग भरतय दरशन क उन परणलय क लए कय जत ह जनक वद क अधकर पर वशवस नह ह 3 हनदओ क धरम एव ससकत क मल आधर वद ह वरतमन म भ उनक पज आरधन वध ससकर एव दषटकण वद स परभवत ह 4 वद म उचचतम आधयतमक जञन पर वदय क सथसथ दनय क जञन अपर वदय भ शमल ह अत दरशन क अतरकत हम इसम वजञनचकतस रजनत वजञन मनवजञन कष कवय कल सगत इतयद अनय वभनन वषय क वरणन हम परपत हत ह 5 वद अपन पवतरत और नरमलत म अदवतय ह वद क पठ सहसर वरष क पशचत भ कस भ परवरतन य परकषप क बन अपन शदध और मल रप म सरकषत ह वद सचच जञन क एकमतर वशदध अनतरधन ह इतन ह नह यनसक न भ इस मनवत क अमरत ससकतक वरसत क भग घषत कय ह 6 वदक भष शल सकषम एव सकषपत अभवयकत क अवधरण ह परय इसम गहर गढ़ अरथ मलत ह ज रहसयमय सतय क मरग परशसत करत ह वदक दरषटओ क ततकलक उततरधकरय स लकर हमर समय तक क जञनय क एक मतर गहन अधययन वद म गपत सरवततम सतय क रहसयदघटन रह ह  यह करण ह क कई टकए और सदरभपसतक वद और वदक अवधरणओ क समझन क लए परचन और आधनक वदवन दवर लख गई ह यह वशल सदरभ समगर वदक गरथ क परमखततव क पन रखकत करत ह 3 वद क सरकषण वद पठ वद क परचनत क पशचत भ इसक वसतवक रप वरतमन तक वशदध एव सरकषत ह यह तक क एक परसदध यरपय वदवन मकस मलर न भ मन ह वद क पठ हम इतन सटकत और सवधन क सथ सप गय ह क शबद म यदयप ह कई परवरतन ह य पर वद म कई अनशचत पहल ह इसक शरय वदक दषटओ ऋषय क जत ह जनहन अपन समसत जञन क दवर वद क पठ क रकष और सरकषण क सधन क वकसत कय वदक मतर म उचचरणवध सवर हत ह ज शबद क मल रप क सरकषत करत ह मतर क कणठसथ करन हत नमनलखत तन परकत पठ हत ह 1 सहतपठ जस म मतर अपन वसतवक रप म रहत ह 2 पदपठ जस म मतर क परतयक शबद क अलग स उचचरण हत ह 3 करमपठ जस म मतर क द शबद क सयकतरप स उचचरण कय जत ह जस कख खग वद क कणठसथ करन हत नमनलखत आठ वकत पठ ह 1  जट पठ 2  मल पठ 3  शख पठ 4  रख पठ 5  धवज पठ 6  दणड पठ 7  रथ पठ 8  घन पठ इन म घन पठ सब स कठन और सब स बड ह दसर चरण म अनकरमण नमक गरथ उतपनन हए जस म ऋष दवत छद क नम क उललख वद क परतयक मतर क सदरभ म कय गय छनदनबनध स मतर क सरकषण हत ह ए ए मकडनल न अपन हसटर ऑफ ससकत लटरचर म सह ढग स यह बतय ह उस दरसथ समय स इस तरह क दखभल दय गय क वद क पठ म कई बदलव नह हआ ह ज ऐतहसक रप स अतलनय ह 4 वद क अननत कल अपरषयत वद कस भ मनषय दवर रचत नह ह यह अपरषय ह ममस म कह गय ह क अपरषय वकय वद वद क जञन क ऋषय न अतशचकषओ क दवर सकषत कय ह ऋषय मनतर दरषटर महन परकशक क अनय सभ रचनए परषय क शरण म आत ह और इसलए उनह उनक समबनधत नम स जन जत ह ऋगवद म वद क शशवत और अपरषय क रप म वरणत कय गय ह वच वरप नतयत ऋगवद 8766 इस परकर उपनषद कहत ह क वद उस परम बरहम क अवसन नशवस क समन ह ह व परबरहम क बहसवस ह अत वद भ परबरहम क समन ह शशवत ह वद क अपरषयत एव वक क वभनन सतरपर हदयरजन शरम MP3 वदक भष क कलपर गयचरण तरपठ MP3 5 वद क कल गणन अब कस क सदह नह ह क ऋगवद मनव क सबस परचनतम गरनथ ह लकन ऋगवद य वद क कल गणन नरधरत करन सबस कठन करय ह इस पहल क कई समसयए ह जस 1 शललख मदर आद क रप म कई बहय परमण क अनपलबधत 2 वदक गरथ म तथय क उललख नह ह 3 अपरषयत क सदधत वद क शशवत मनत ह 4 वद म उपलबध वदक खगलय गणनए बहत सपषट नह ह 5 भरतय और पशचतय वदवन क दषटकण इस वषय पर भनन ह वद क कल गणन क परशन पर एकमतर सरत ज बन हआ ह वह सहतयक सकषय ह जस पर तथ कथत सहतयक य भष आधरत सदधत ह अनय सदधत कछ मनयतओ पर आधरत ह जनह अभ तक नरणयक रप स सदध नह कय ज सक ह मकस मलर न अपन पसतक 8216फजकल रलजन8217 P18 म कह ह 8221 चह वदक मतर 1000 य 1500 य 2000 य 3000 ईस परव म रच गए ह परतयक पर कई शकत कभ भ ठक नह ह सकत8221 नशचत रप स वदक जञन कल गणन एव समय स पर ह अत शशवत एव सरवभमक ह जब हम वद क कल गणन क बत करत ह त हमर उददशय मखयत वदक गरथ क वयवसथ और रचन क अवध नरधरत करन ह एशय मइनर म पए गए बगजकइ शललख 1400 ईप म चर वदक दवतओ क उललख ह इसलए हम 1400 ईस परव वदक यग क नवनतम सम पर वचर कर सकत ह परनत वद क कल गणन क बर म अतम शबद कह जन अभ शष ह इस वषय पर कछ महतवपरण वचर समसय क जटलत क दखन क लए एक तलक म सकषप रपस परसतत कए गए ह वदवन क नम कल गणन क आधर  वद क कल गणन 1 सवम दयननद सरसवत वद मतर सषट क शरआत स 2 दननथ शसतर एसटरनम 3 लख सल पहल 3 अवनश चदर दस जयलज 25000 ईस परव 4 बलगगधर तलक एसटरनम 6000 ईस परव 5 आर ज भणडरकर वदक मतर 6000 ईस परव 6 शकर बलकषण दकषत एसटरनम 3500 ईस परव 7 एच जकब एसटरनम 4500 ईस परव 8 एम वटरनतज बगज़कइ 2500 ईस परव 9 एफ मकसमलर बदधसट लटरचर 1200 ईस परव 6 वदक सहतय क वरगकरण मखय रप स वदक सहतय अपर वदय क द शरणय म रख गय ह वद वदग 8216वद8217 चर वद क परदरशत करन वल एक समहक शबद ह 8211 ऋगवद यजरवद समवद अथरववद इन चर वभनन वद क करण परय वद क बहवचन म कहत ह चर वद म सहतयक करय क चर वभनन वरग शमल ह इनम स परतयक वरग क लए अधक य कम सखय म वभनन करय ह जनम स कछ क उनक वसतवक रप म सरकषत कय गय ह लकन कई समय म वलपत ह गए ह य चर वरग ह सहत बरहमण अरणयक उपनषद अरणयक और उपनषद क बरहमण गरनथ क अनतरगत मन जत ह अनयथ य भनन नह ह वद क गढ रहसय अरथ गरहण हत वदग म छ जञन धरए सममलत ह 8211 शकष कलप वयकरण नरकत छनद जयतष इसक अतरकत परतयक वद  क उपवद भ ह ज वदक जञन क सरत ह ऋगवद gt आयरवद यजरवद gt धनरवद समवद gt गनधरववद अथरववद gt अरथशसतर वद मखय रप स यजञ आरधन पदधत करन क लए ह जस उदधत कय गय ह वद ह यजञरथमभपरवतत कलनपरवयभहतशच यजञ I तसमदद कलवधनशसतर य जयतष वद स वद यजञम II वदग जयतष यजञ क द परमख वरग म वभजत कय गय ह हवरयजञ और सम यजञ वशष रप स वजञन गणत चकतस खगल वजञन वसतकल नयय परणल धतकरम परसपरक भष शसतरपरयवरण अधययन वमनवदय जयतष अनषठन आद क कषतर म आधनक वजञनक जञन क दषट  स वदक जञन क समझन क उददशय स एक परयस कय गय ह मखयत यव वरग क आकरषत करन हत इस परयजन क अनतरगत सव परकशन क सथ अमक वशषजञ क अभलख क सगरहत करन क परयस कय गय ह लख क परमख भग ड शश तवर सवनवतत ससकत वभग दलल वशववदयलय क सजनय स परपत हआ ह

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