वद म वधवयवसथ
वध शबदरथ 8211 वधशबद ससकत वयकरण क अनसर व उपसरगपरवक ध धत म क परतयय स नषपनन हआ ह जसक अनक अरथ म परयग हत ह यथ करन अनषठन अभयस कतय करम परणलरत पदधत सधन ढग नयम समदश नयय कनन तरक आद वध क एक अरथ बरहम भ हत ह वद म परपत वशवसषट परकरय क अवलकन स यह जञत हत ह क बरहम सरवपरथम अपन महम स जड़चतनतमक समपरण बरहमणड क परकट करत ह ततपशचत उसक सञचलनसरकषण एव नयनतरण हत कछ नयम बनत ह जस वध क वधन कहत ह व उपसरगपरवक ध धत म लयट परतयय करन पर वधन शबद नषपनन हत ह जसक अरथ करम स रखनवयवसथ करन नयजन उपयग परयग आद हत ह उस वधन क अनसर ससर क समसत करय सचरतय वयवसथत करम स चलत रहत ह वह वध क नरमत तथ वधनकरतत ह अत वधत कहलत ह लक म कई वधत त नह हत कनत ततसदश करय करन क करण तदवत सममन परपत करत ह ज वयकत वध शबद क उपरयकत अरथ क अपनत ह वह वधयक कहलत ह तथ उपरयकत अरथ क पलनरथ ज समयसमय पर नरदश परदन कर क व कस परकर क अवहलन य उलझन हन पर उचतनचत क सपषट कर वह ससथ वधयक कहलत ह वध क जननवल वधजञ वध क परमण सहत सदहरण वयखय करनवल अधवकत तथ अनपलन क नरदश दनवल उचतनचत क नरणय करनवल नरणयक नययधश नययमरत आद शबद स वयवहत हत हवध क परयय नयय एव आचर वध क परयय नयय शबद समपरत बहपरचलत ह इसलए यह नयय क करय जह हत ह उस नययलय नयय करनवल क नययधश नययमरत आद शबद स पकर जत ह नयय कस न कस नत पर आधरत हत ह नतय क नरधरण दश कल परसथत एव पतर क अनसर कय जत ह नत नरधरण म कलपरमपरगत आचर क परमख सथन ह इस वषय म भगवन मन क कथन ह कतसमन दश य आचर परमपरयकरमगत वरणन सनतरलन स सदचर उचयत १अरथत जस दश म ज आचर वचर परमपरनसर बरहमणद वरण क लए पहल स परचलत हअरथत नवनरमत नह ह य कपल कलपत नह ह उस दश एव वरण क वह कलपरमपरगत आचर सदचर शबद स वयवहत हत ह आचर क परम धरम कह गय ह तथ आचरहन क वद भ पवतर नह कर सकत यह भ कह गय ह अत आचर क परथम धरम भ कह गय ह आचर स ह सबकछ परपत हत ह यथ आचर परम धरम २ आचर परथम धरम ३ आचरवनसद पत ४ आचरहन न पननत वद ५ आचरललभत हयय ६ जन कलचरमच वगयत ७ इतयद अनक शसतरकत वचन हमर लए पथय सवरप ह जनक अनपलन स हम अपन मलय क रकष कर सकत ह यह आचर शसतरय एव लकक भद स द परकर क कह गय ह दन परकर क आचर क पलन ह धरम ह अत आचरशबद धरम शबद स वयवहत ह जस हम धरण करत ह उस ह धरम कहत ह आचर क सभ धरम म शरषठ मन गय ह यथ सरवधरमवरषठडयमचर परम तप तदव जञनमददषट तन सरव परसधयत ८वसतत इस ससर म जतन भ मनषय ह उनह तन कटय म रख ज सकत ह सरगरहभरवह एव जजञस इन तन म परथम अतयलप ह तथ शष दन कट क मनषय बहत मलत ह सरगरह द परकर क हत ह ऋष एव मन मनतरसकतदक क दरषट ऋष तथ दरशनद शसतरपरवकत मन कहलत ह भरवह भ द परकर क हत ह परथम सवय क पणडत मननवल वतणडवद तथ दवतय जञनबलदरवदगध धरत एव धषटचरत इस परकर जजञस भ द परकर क हत ह मरख एव वनत इनम स ज वनत ह उसक लए ह समसत शसतर क परवतत कह गई ह कयक वदय न सवय बरहमण क पस आकर यह नवदन कय ह कवदय ह व बरहमणमजगम गपय म सवधषटह हमसम असयकयनजवह यतय न म बरय वरयवत तथ सयम ९उकत कथन क यह अभपरय ह क एकबर वदय बरहमण क पस आकर उनस नवदन कर कह क मर रकष कर म तमहर सव क अनतरगत ह ज ईरषयल य ननदक ह कटल य अयगय ह तथ अनयनतरत ह उस मर उपदश कभ मत करन इस उदधरण स यह सपषट परतत हत ह क समसत शसतर क उपदश मतर वनत मनषय क लय ह कय गय हनयय क धरमसवरपवनत क आचरवन हन भ आवशयक ह आचरहन मनषय धरमरप नययवयवसथ क कथमप सरकषत नह रख सकत ह धरम क रकष स ह सबक रकष समभव ह कह भ गय ह धरम एव हत हनत धरम रकषत रकषत १० अरथत धरम क नषट हन पर सबकछ नषट ह जत ह तथ धरम क रकष स सबक रकष हत हसभ मनषय सख क आककष रखत ह सख क मल धरम ह धरम क मल अरथ य धन ह अरथ क मल रजय ह रजय क मल इनदरयवजय य सयम ह इनदरयवजय क मल वनय य शल ह जस क आचरय चणकय न कह ह सखसय मल धरम धरमसय मलमरथ अरथसय मल रजयम रजयमलमनदरयवजय इनदरयवजयसय मल वनय ११कस भ रषटर क वयवसथत करन क लए य सचरतय सञचलन क लए आचर एव नत आवशयक हत ह यदयप आचर एव नत एक हत हए भ दन म सकषम भद ह आचरशकष क समबनध वयकतक जवन स ह इसम आतमननत पर वशष बल दय गय ह नतशकष म समजक रषटरय वशवजनन वषय भ समहत ह इस वषय पर वद म बहत अधक समगर उपलबध ह तथप उनम स कछ आवशयक मनतर क उदधत कर रह हनत शकष नतशकष जवन क वयपक सवरप क परकट करत ह मनषय अपन परए सजतय वजतय शतर मतर परचत अपरचत आद स कस परकर वयवहर कर इसक शकष नतशकष दत ह समजक और रषटरय उननत क कय सधन ह जवन क कय उपयगत ह बहय और आनतरक शतरओ क क परत कय वयवहर रख जए अनरथकर परवततय क कस रक जए वयकत क वशवशनत वशवबनधतव और वशवससकत म कय उपयग ह सकत ह इतयद वभनन वषय पर चनतन नतशकष क अनतरगत आत ह य समसत वषय सवधन म परतपदत हत ह इसलए ववध नतय क सकलन क सवधन कह जत ह स समयक वधयनत सरवणयपयचतन करमण यन शसतरण तत सवधनम इस वयतपतत स सवधन आचर एव नत क सदधनतक शसतर सदध हत हनतय क भ तन कट म वभजत कय ज सकत ह धरमनत रजनत एव वजञननत मनव क करततवय एव अधकर क चरच जह ह उस धरमनत शतरओ क दमन एव सवरषटर क भतक उननत क बत जह ह उस रजनत तथ आधयतमक वकस क चरच जह ह उस वजञननत कह ज सकत हमहकव मघ न शशपलवध महकवय म नतशसतर क लकषण करत हए कह ह आतमदय परगलनरदवय नतरतयत १२ अरथत अपन उननत और शतरओ क वनश य द बत नत म मखय ह वसतत नत क यह लकषण रजनत स सध समबनध रखत ह उदहरणसवरप यद कई वयकत समन लमबई चड़ई और मटई क द डड लकर समन रख द और यह कह क इसम स एक क छट और दसर क बड़ कर दजए त इस करय क करन क लए हम द वधय क आशरय ल सकत ह1 दन डड म स कस एक डड म कह अनयतर स कई छट टकड़ लकर जड़ दन स एक छट और एक बड़ ह जएग2 दन डड म स कस एक डड क कछ भग तड़कर हट दन पर एक छट और दसर बड़ रह जएगइस परकर महकव मघ क कथननसर आतमदय एव परगलन नत क य द वधय अतयनत वयवहरक सदध ह रह ह इन दन वधय म परथम त धरमनत क पकष क परबल मन ह जसम अपन अभयननत त ह परनत कस क हन नह दसर वध उसक ठक वपरत ह ज रजनत क पकष क परबल मनकर परयकत ह जसम दसर क हन पहचकर अपन अभयननत परदरशत क गई ह इन दन वधय म कन शरषठ ह यद यह पछ जय त परथमवध क सभ पसनद करग वजञननत म कस क छट य बड़ समझन व करन क बत ह नह ह वह त भतकत स पर आतमननद क परपत म सहयक हवदक वध वयवसथ वद म इन समसत वधय क वसतत ववचन करततवय क रप म कय गय ह लघनबनध म उन सबक समवश समभव नह अत कछ मनतर क उदधत कय ज रह ह यथसबस पहल त अशभलकषण दरगण क दर करन तथ शभलकषण सदगण क परपत करन क पररथन क गई ह जस वशवन दव सवतरदरतन परसव यद भदर तनन आसव १३ ततपशचत परषरथ स ससरक सख व सफलतओ क परपत करन क नरदश दय गय हकत म दकषण हसत जय म सवय आहत गजद भयसमशवजद धनञजय हरणयजत १४अरथत मर दहन हथ म परषरथ ह तथ वए हथ म वजय ह म गय अशव धन एव सवरणद दरवय क जतन वल हउ यह कमन क गई ह इसक सथसथ कछ अनय उपय एव ससधन क बत गई ह यथसमरडसयसरण ककनमनषयणम दवनमरधभगस तवमकवष भव १५परसतत मनतर म मनषय ससर म सरवशरषठ हकर जवत रह इसक तन उपय बतय गय ह 1असर क दमन करन 2 मनषय म अगरगणय हन तथ 3 दव क आध भग भगन मनतर क उपदश ह क ह वर मनषय तम असर क समरट सवम ह तम मनषय म मरधनय ह तम दव क आध भग क अधकर ह तम ससर म सरवशरषठ हओमनषय म सरवशरषठ हन क लए उचचकट क जञन सवसथ शरर सवसथ मसतषक और उतकषट मनबल हन चहए जञन वदवन सदचर परपकर और उदरमन वयकत ह मनषय म अपन सथन सरवचच बन सकत हआरदरत नऋत पर गरह करवयद पशचन रकष यत सरव दरभत तत तम इवप हनमस १६इस मनतर म कतपय दषत तततव क नषट करन क वधन ह इनम कछ वयकतगत जवन स समबदध ह और कछ समज स शतर दरगत और रग वयकत स समबदध ह करवयद पशच और रकषस समज स सबदध ह इन सभ अहतकर तततव क अनधकर क तरह बहत दर स ह नषट करत हमनतर क कथन ह क सभ दष क इस परकर नषट कर जस परकश अनधकर क नषट करत ह इनम स अरत य शतर क अपन उतसह स दरगत य कषटमय जवन क परषरथ स रग क नयम क पलन नयमत आहर तथ वययमद स हसक जनतओ क आयध समसहरय क समजक बहषकर य उपदश स दषट पपय और अतयचरय क कठर दणड स नषट कय ज सकत ह समज एव रषटर क समदध क लए ऐस दषत तततव क नषट करन आवशयक हदषट क द रप कह गय ह परकट एव गपत परकट दषट क अपकष गपत दषट अधक घतक तथ कषटकर हत ह इस परकर क दषट क वनशरथ मरत दव स पररथन क गई हय न मरत मरत दरहणय तरशचततन वसव जघसत दरह पशन परत मञचत स तपषठन तपस हनतन तम १७अरथत ह मरत दव छपकर हन पहचन वल दरभवनगरसत परचछनन दषट क कठन स कठन अतयनत सनतपकर दणड दकर मरवद म शतर क समल नश करन क लए शसतरसतर स पररथन क गई ह यथअवसषट पर पत शरवय बरहमस सत गचछमतरन पर पदयसव ममष कञचनचछष १८तन परकर क शकत कह गई ह मनतरशकत उतसहशकत और परभशकत मनतरशकत वसत म सजवत परदन करन क करण तन शकतय म परमख ह मनतरशकत स तकषण कय हए असतर क शतर पर परकषपत करत हए कह गय ह क ह कषपय असतर यह स फक हआ त दर जकर शतरओ क पस पहच इन शतरओ म स कस क मत छड़नवद म यह सपषट कह गय ह क शतर क परणतय नषट कर दन चहए कयक छट हआ शतर अवसर पकर अवशय हन पहचयग अत जस परकर भड़य भड़ क रगड़ कर मर डलत ह उस परकर शतर क परणतय नषट कर दन चहए यथअत धवततसर इनदरसय वचस हत अव वक इव मथनत स व जवन म मच परणमसयप नहयत १९ततपरय यह ह क शतर यद वश म आ गय ह त उस छड़न उचत नह ह इस वषय म चणकय क कथन ह क ऋणशतरवयधषवशष करतवय इत २० अरथत ऋण शतर एव वयध क जड़ स नषट कर दन चहए वदरनत म भ यह कह गय हन शतररवशमपनन मकतवय वधयत गत नयगभतव परयपसत वधय हनयद बल सत अहतदध भय तसमद जयत न चरदव २१वद म अकरमणय क समज क शतर कह गय ह वद क उपदश ह क करवननवह करमण जजवषत २२ कनत ज अकरमणय ह चर ह अजञन ह ककरम ह तथ मनवचत आचरवचर स रहत ह वह अपन करम क करण समज क कषत पहचत ह ऐस समजघतक क दश क शतर कह गय ह उसक रहत परवर समज और रषटर क अभयतथन नह ह सकत अत ऐस शतरओ क वनश क परथमकत द गई ह यथअकरम दसयरभ न अमनतरनयवरत अमनष तव तसयमतरहन वधरदससय दमभय २३अरथत कम न करनवल अकरमणय चर क तलय ह वह हम कछ नह मनत ह वह ककरम म लग रहत ह और मनषय कहलन क यगय नह ह ह शतरओ क नशक इनदर तम उस दस क नषट करएक मनतर म पप क पच करण क उललख कय गय ह इनम स कछ करण नयत क अनतरगत ह जनपर मवनय परयस क कई असर नह ह पत कनत जन करण पर उसक परभव ह सकत ह उन करण क नययवद जनकर उसक रकथम क उपय बतत हए उस ततकल परभव स रकन क आधकरक आदश जर कर त पप एव पपय क अभवदध क रक ज सकत ह यथन स सव दकष वरण धरत स सर मनयरवभदक अचतत २४यह धरत शबद नयत पररबध अरथत परगजनमकत करम क वचक ह सरपन करध जआ और अजञन य पच पप क करण कह गय हउपरयकत सब परकर क पपय क नयनतरत करन क लए परमतम न दणड क वधन कय ह कठन शतर क परतकर कठन दणड स करन क वधन वद म कय गय ह नययक क उसक आशरय लन चहए तथ शतरओ क कस परकर सवतनतर नह छड़न चहए अपत दरजन स यथयगय वयवहर करन क नरदश दय गय ह यथअरसस इहहय य अनत य च दरक घनन हनम वशचक अह दणडनगतम २५ततपरय यह ह क दरजन कस भ रप म ह व समज क लए हतकर नह ह दरजन समज और रषटर क उतपडन म लग रहत ह व अनयय और अतयचर स परशषण करत ह उनह समजक य रषटरय हत क चनत नह हत ह अत लतवद न उनह यथयगय दणड दन क वधन कय ह इस दषट स उकत मनतर म कह गय ह क यह ज पस म य दर पर सप ह व सरहन ह जए म बचछ क हथड़ स मरत ह और पस आय सप क डड स मरत हएक मनतर म समज एव रषटर क सरकष क लए पप क कठन स कठन दणड दन क वधन कय गय ह यथइनदरसम समघशसमभयघ तपरयसत चररगनव इव बरहमदवष करवयद घरचकषष दवष धततमनवय कमदन २६अरथत ह इनदर और सम दव तम दन पपकरम म लपत पप क अचछ तरह तरसकत कर आग पर रख हई हड क तरह दख दनवल वयकत तपय जए नसतक मसहर करर दषट और सरवभकषक वयकत पर तम दन नरनतर दवष क भव रख यह पच परकर क पपय क उललख ह अघशस दसर क बर सचनवल बरहमदवष नसतक एव एव जञन क दवष करवयद मसहर घरचकषष बर दषट स दखनवल तथ कमदन सरवभकष य भकषयअभकषय क वचर न करन वल य सब कतसत करम म लपत रहन क करण आचरहन हत ह अत समज एव रषटर क लए हनकरक एव दणडनय हछनदगयपनषद क न म सतन जनपद न कदय न मदयपननहतगनरनवदवनत सवर सवरण कत२७इस कथन स सपषट हत ह क वदककल म सशसन हन क करण कस भ रज क रजय म सतन आद पप नह रहत थ कनत सरवथ नह थ ऐस भ नह कह ज सकत ह कयक शकलयजरवद क सलहव अधयय म सत परकर क चर क चरच क गई ह चथ1 सतन घर म सध मरकर गपतरप स चर करनवल2 सतय रत दन अजञन रप स चर करनवल ऋगवद म वसतर चरनवल क तय २८ कह गय ह3 तसकर परकट रप स चर करनवल4 मषणनत खत म धन चरनवल5 नचरव चरन क इचछ स नरनतर वचरण करनवल6 परचर बजर तथ फलवर आद म चरन क इचछ स घमनवल7 कलञच खत घर आद क लट लनवलइन समसत पपय क कठन दणड दन क वधन वद म परपत हत ह इसक सथसथ गय अशव एव मनव क हतय करन वल क शरर क शश स बधन क दणडवधन परपत हत ह यथयद न ग हस यदयशव यद परषम त तव ससन वधयम यथ न स अवरह २९इस परकर वद क अनक 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सवधयय परमवशयकतय हन चहए जसस मनव क आचर वचर एव वयवहर म शदधत बन रह आचरहन हन क करण ह य समसयए हत रह ह इस ओर हम अपन धयन आकषट करन चहएनषकरषवधवयवसथ क मखय उददशय ससर म धरम क सथपन तथ अधरम क नश करन ह एतदरथ सनमरग क लए सबक पररत करन अधरम क करण क जञन करन तथ उसक रकन अपरध परवतत क समल वनश ह तदरथ उचत दणड क वयवसथ करन पपचरय क कठन सनतप दवर उस अपन ककरम क जञन करकर पशचततप करन समजक उननत म बधक तततव क दणडत करन सभयतससकत आचरवचर एव परमपरओ तथ मरयदओ क रकष हत वदद शसतर म परदरशत नयम उपनयम एव वनयम क पलनरथ सद जनजगत क करय करन परमवशयक हवद क उपदश ह क वशव क समसत मनव क सद जगरक रहन चहए एतदरथ गरहपतयगन क लकषय बनकर नमन मनतर परसतत हतवमगन वणत बरहमण इम शव अगन सवरण भव नसपतनहगन अभमतजद भव सव गय जगहयपरयचछन ३१अरथत ह गरहपतय अगन य बरहमण तमह सवकर करत ह ह अगन तम हमर नवससथन म सखद हओ ह अगन तम शतरनशक और कपट लग क नशक हओ अपन घर म परमदरहत रहत हए सद जगरक रहइस मनतर म गरहपतयगन क जगरकत क परदरशन दवर गहसथ क जगरकत पर बल दय गय ह जस परकर अगन अपन सथन म सद जगरक रहत ह उस परकर गहसथ क भ अपन घर म सद जगरक और सवधन रहन चहए परमद य असवधन ह वपतत क करण बन जत हअगनषटमयग परसङग 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nbsp
Justice B N Shrikrishna
Justice M K Sharma
Justice Pinaki Chandra Ghose
Justice B S Chauhan
Justice D M Dharmadhikari
Shri Baldev Atreya
Prof Haridatt Sharma
Dr Gyani Dhanuk Chand
Vanamamali Dr T D Muralidharan
nbsp
वद म वधवयवसथ